गरीबो के हक पर अमीरो का डाका।
शासन ने कोई भी गरीब भूखा न सोए इसलिए लाखो रूपये खर्च कर शासकीय उचित मूल्य की दुकाने खुलबाई लेकिन भ्र्ष्टाचार के चलते गरीबो का हक आमिर डकार रहे है और प्रशासनिक अधिकारी मूक दर्शक बन कर तमाशा देख रहे है मामला शासकीय उचित मूल्य की दुकान मारपुरा पर चार माह से गरीबो को कोई राशन नही मिला दबंग सेल्समेन चार माह से गरीबो हितग्राहियो को सिर्फ सिर्फ राशन की पर्ची दे रहा हे राशन नही और सेल्समेन ने शासन से चार माह का राशन प्राप्त कर खुर्द बुर्द कर दिया देखा जाये तो यह बहुत बड़ा घोटाला हे लेकिन किसी अधिकारी को कोई पता नही जिसकी शिकयत ग्रामीणों ने कलेक्टर महोदय से की तब अधिकारी जाच के नाम पर खानापूर्ति करते दिखेसेलमैन प्राइवेट दबंग लोगो से राशन बट बाता है जो गरीब वृद्ध लोगो को भी बेज्जती करने से नही चूकते अगर इसी तरह गरीबो का हक छिनता रहा तो गरीब भूखो मरने को मजबूर होंगे चार माह से दुकान पर चक्कर काट रहे हे सेलमैन शासन के कोई भी गाइड लाइन का उपयोग नही करते दुकान का नाम भी कहि अंकित नही हे दुकान पर न कहि खुलने बन्द होने का समय साड़नी डली हे न ही कहि रेट ।