संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का समापन।
भिण्ड – रानी विरगमा गांव में विगत सप्ताह से चल रही श्रीमद भागवत कथा का भक्ति की रसधारा के बीच हर्षोल्लास एवं विशाल भण्डारे के साथ समापन हो गया। कथावाचक वृन्दावन धाम के सरस कथा व्यास एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आचार्य पण्डित श्री विमल कृष्ण पाठक जी महाराज के द्वारा भगवान की विभिन्न झांकियों के आध्यम से भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया। आचार्य श्री द्वारा जीवन और मरण के साथ-साथ कर्मों के द्वारा के विषय में भक्तों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मोक्ष प्राप्त करना चाहते हैं तो भगवान की निष्काम, भक्ति करें क्योंकि परमपिता परमेश्वर द्वारा भक्तों की परीक्षा ली जाती है
जो पवित्र मन से भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं वहीं ईश्वर की परीक्षा में पास होते हैं । कथा के अंतिम दिन भागवत प्रवक्ता श्री पाठक जीने श्रीकृष्ण – सुदामा की मिलता का बखान करते हुये कहा कि मिलता में अमीरी या गरीबी नहीं देखी जाती सच्ची मिलता वही होती है जो गरीबी समीरी का भेद नहीं रखती। इस अवसर पर मुख्य यजमान कुलदीप शर्मा, दीपक शर्मा, राम सुन्दर शर्मा, अरविन्द शुक्ला सौरन शर्मा आदि उपस्थित रहे।