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एक ईमानदार अधिकारी का हटाया जाना देशभर में चर्चा का विषय बना।

2013 बैच की आईएएस अफसर सोनिया मीणा अपने प्रशासनिक जीवन क दशक पूरा कर चुकी है पर उन्हें यह नहीं पता था कि 2013 से 2023 में कदम रखते ही 10 साल के इस अनुभव के एक मोड़ पर उन्हें एक ऐसे संजीदा घटनाक्रम से गुजरना होगा जो की जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है। मध्य प्रदेश का नया जिला बनाया गया मऊगंज और उसकी पहले कलेक्टर होने का गौरव सोनिया मीणा को मिला। लेकिन 2 घंटे के अंदर ही प्रशासनिक रद्दोबदल करते हुए और उन्हें इस कमान और बागडोर को संभालने से वंचित कर दिया गया। पूरे मध्यप्रदेश में नहीं देश भर में इस कदर और जनमानस में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। सोनिया मीणा स्वयं एक अच्छी अफसर के रूप में गिनी जाती है। लोगों के बीच उनकी•अच्छी पकड़ रही है। ग्रामीण जनता हो या शहरी जनता वे हमेशा सबसे गहरा ताल्लुक रखती है लिए अफसर के बीच में भी वे अपनी शालीनता और दृढ़ इच्छा शक्ति दोनों के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ के रूप में एसडीएम के रूप में और कलेक्टर के रूप में हर जगह अपने कार्य का संजीतगी से निर्वहन किया है। वह एक ऐसा बेदाग चेहरा है जो न केवल नारी शक्ति का प्रतीक है बल्कि प्रशासनिक महकमें में भी एक सौम्य और शालीन चेहरे के रूप में जानी जाती हैं। इसके बावजूद ऐसा निर्णय मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जो लिया गया वह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है आखिर सोनिया मीणा की काबिलियत में क्या कमी पाई गई या महसूस की गई कि उन्हें ऐसे घटनाक्रम से गुजरना पड़ा। इस कदर के किसी इतिहास में शायद ही कभी ऐसा हुआ है जब 2 घंटे के अंदर जिला अधिकारी को बदल दिया गया हो।यह सच है कि मध्य प्रदेश सरकार इस समय दबाव से गुजर रही है उसके सामने चुनाव की चुनौती है राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा हुआ है। शिवराज सरकार अस्त-व्यस्त हो चुकी है। प्रशासनिक अमला उनकी तरफ देख रहा है लेकिन वह कोई ठोस या सही निर्णय लेने की स्थिति में है या नहीं इसको लेकर जन सामान्य में असमंजस की स्थिति बन गई है। किसी भी प्रदेश को बीमारू राज्य से उबारने में प्रशासनिक अमले की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिसमें प्रशासनिक अधिकारी विशेष कर इस अफसरान पहली पंक्ति के बदलाव के नायक होते हैं अगर ऐसे में ही उनकी हिम्मत को तोड़ दिया जाएगा खासकर किसी महिला आईएएस अधिकारी को तो फिर इस प्रदेश की कायाकल्प करने की जिम्मेदारी कौन लेगा? यह सवाल आज हर जनमानस के जहां में गूंज रहा है।

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